बिजली कनेक्शन के साथ इंटरनेट की संभावना
14 दिसंबर. एक नई तकनीकी वायरलेस ओवर वायर की तकनीकी के माध्यम से बिजली के तारों के माध्यम से गांवों में घर घर इंटरनेट कनेक्शन पहुंचाने की संभावना तलाशी जा रही है. इसमें इंटेल इंडिया की टीम लगी है. इस संभावना का संकेत हाल ही में इंटेल इंडिया की एक उच्चाधिकारी ने दिया. उन्होंने कहा कि टेलीफोन वयर में दो भागों में बांट कर डाटा और वाइस पहुंचाई जाती है. तब बिजली के तारों का उपयोग इंटरनेट वायरलैस के लिये क्यों नहीं हो सकता है.
जानकारों का कहना है कि भारत सरकार हरेक ग्राम पंचायत तक ब्राडबैंड इंटरनेट के लिये लगी हुई है यह महंगा भले ही हो पर हो तो रहा है. लेकिन पंचायत के बाद गांव भी तो आते हैं जहां बिजली तो है पर इंटरनेट की संभावना जरा दूर की बात है. उसी खाई को पाटने के लिये बिजली के तारों के उपयोग पर काम किया जा रहा है. सस्ते डाटा ने इंटरनेट का विस्तार दूर तक करने के साथ व्यापक तो बना ही दिया है. अमेरिकी अरबपति उद्यमी एलन मस्क सेटेलाइट के माध्यम से इंटरनेट देने की कोशिश में लगे हैं पर अभी तो उन्होंने सिर्फ प्रयोग के लिये पायलट प्रोजेक्ट के लिये कुछ समय के लिये इजाजत मांगी है. फिर वह काफी महंगा होने वाला है जो उद्योगों और धनीमानी लोगों के काम ही आनेवावा है.