सेन्ट्रल विस्टा प्रोजेक्ट से सरकार हजारों करोड़ का वह किराया बचा लेगी जो सरकारी दफ्तरों का किराया बचा लेगी. यह सरकारी पक्ष तो सब बता रहे हैं. लेकिन यह भी तो बताओ कि यह किराया किन के खातों में सालों से जा रहा है. इनमें अधिकांश कांग्रेसी नेता, बड़े अफसरशाह, जानेमाने समाजसेवी हैं. उनकी कमाई भी तो मारी जाएगी. उसे बचाने के लिये ही सेन्ट्रल विस्टा की लड़ाई अदालतों में लड़ी जा रही थी.