अदाणी ट्रांसमिशन ने 3,370 करोड़ रुपये में एस्सेल से वारोरा-कुर्नूल ट्रांसमिशन अधिग्रहित किया
- वारोरा-कुर्नूल ट्रांसमिशन लिमिटेड (डब्ल्यूकेटीएल) महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में 1,750 सीकेटी किमी ट्रांसमिशन सिस्टम और वारंगल में 765400 केवी सबस्टेशन विकसित, संचालित करेगा और उसका रखरखाव करेगा.
- इस अधिग्रहण के साथ, अदाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड (एटीएल) का संचयी नेटवर्क 17, 200 सीकेटी किमी हो जाएगा.
भारत की सबसे बड़ी निजी क्षेत्र की ट्रांसमिशन एवं रिटेल डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी, अदाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड (एटीएल) ने वारोरा-कुर्नूल ट्रांसमिशन लिमिटेड (डब्ल्यूकेटीएल) के अधिग्रहण के लिए एस्सेल इंफ्राप्रोजेक्ट्स लिमिटेड (ईआईएल) के साथ निश्चित समझौतों पर हस्ताक्षर किये. एटीएल के अधिग्रहण से एंटरप्राइज वैल्यूएशन 3,370 करोड़ रुपये हो गया है. एटीएल द्वारा अनुबंध में मूल अवार्डी के प्रतिस्थापन के लिए नियामक स्वीकृति, केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग से पहले ही मिल चुकी है. ऋणदाताओं की सहमति और अन्य आवश्यक विनियामक अनुमोदन लेनदेन की समाप्ति के पहले हासिल कर लिये जाएंगे.
अधिग्रहण, बाहरी और आंतरिक अवसरों के माध्यम से, अपने हितधारकों के लिए वैल्यू बढ़ाने की एटीएल की रणनीति के अनुरूप है. इस अधिग्रहण के साथ, एटीएल का संचयी नेटवर्क 17,200 सीकेटी किमी तक पहुंच जाएगा, जिसमें 12,350 सीकेटी किमी किमी पहले से ही चालू है और 4,850 सीकेटी किमी (इस संपत्ति सहित) निष्पादन के विभिन्न चरणों में है. इस बढ़े हुए परिचालन के साथ, एटीएल कॉस्ट ऑप्टिमाइजेशन और साझा संसाधनों के मामले में पर्याप्त लाभ उठाएगा और देश में सबसे बड़ी निजी क्षेत्र की ट्रांसमिशन कंपनी होने की अपनी स्थिति को भी मजबूत करेगा.
अदाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड के एमडी और सीईओ, श्री अनिल सरदाना ने कहा कि “डब्ल्यूकेटीएल का अधिग्रहण पूरे भारत में एटीएल की उपस्थिति और भारत में निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी ट्रांसमिशन कंपनी के रूप में इसकी स्थिति को मजबूती प्रदान करेगा. दक्षिण भारत में सबस्टेशन सहित, इस रणनीतिक महत्व के 765 केवी इंटरकनेक्टर के साथ एटीएल की उपस्थिति देश के सभी क्षेत्रों में दर्ज हो गई है। यह संपत्ति न केवल एटीएल के साइज एवं स्केल को बढ़ाएगी, बल्कि एटीएल को 2022 तक 20,000 किलोमीटर की ट्रांसमिशन लाइन स्थापित करने के लक्ष्य के करीब ले जाएगी. यह अधिग्रहण बाहरी अवसरों से विकास, सफल एकीकरण और अपने हितधारकों के लिए दीर्घकालिक स्थायी मूल्य सृजन के लिए, ऐसी परिसंपत्तियों को वैल्यू एक्रेटिव बनाने की विभिन्न क्षमताओं वाले एटीएल के प्रयास को दर्शता है.
वरोरा-कुर्नूल ट्रांसमिशन लिमिटेड 1,750 सीकेटी किमी की कुल दूरी तक ट्रांसमिशन लाइनों का विकास, संचालन और रखरखाव करेगा. 765 केवी अंतर-राज्य ट्रांसमिशन लाइनवारोरा-वारंगल और चिलकलुरिपेटा-हैदराबाद-कुरनूल को वारंगल के 765400 केवी नए सब-स्टेशन के साथ जोड़ती है. परियोजना को निर्माण, स्वामित्व, परिचालन, रखरखाव आधार पर प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के जरिये अवार्ड किया गया था.