अदाणी ग्रीन एनर्जी ने स्टर्लिंग एंड विल्सन से 446 करोड़ रुपये की 75 मेगावाट परिचालित सौर परियोजनाओं का अधिग्रहण किया
- एजीईएल ने स्टर्लिंग और विल्सन प्राइवेट लिमिटेड के साथ दो स्पेशल परपज व्हीकल (एसपीवी) में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए निश्चित समझौतों पर हस्ताक्ष किए. ये एसपीवी तेलंगाना में 75 मेगावाट की सौर परियोजनाओं का परिचालन कर रहे हैं.
- अधिग्रहण लगभग 446 करोड़ रुपये के एंटरप्राइज वैल्यूएशन पर आधारित है.
- इस अधिग्रहण के साथ, एजीईएल के पास 15,240 मेगावाट के कुल रिन्यूएबल पोर्टफोलियो के साथ 3,470 मेगावाट की परिचालन क्षमता होगी.
भारत में सबसे बड़ी रिन्यूएबल कंपनियों में से एक, अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने आज 75 मेगावॉट की सौर परियोजनाओं हेतु दो एसपीवी में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए शेयर खरीद समझौते पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की. स्टर्लिंग एंड विल्सन प्राइवेट लिमिटेड, शापूरजी पलोनजी समूह की एक कंपनी है.
2017 में शुरू की गई ये परियोजनाएं, तेलंगाना में स्थित हैं और इन परियोजनाओं के पास तेलंगाना के दक्षिणी विद्युत वितरण कंपनी के साथ दीर्घकालिक विद्युत खरीद समझौते (पीपीए) हैं.
इन दोनों एसपीवी का एंटरप्राइज वैल्यूएशन 446 करोड़ रूपये है. इस अधिग्रहण के साथ, एजीईएल 15,240 मेगावाट के कुल नवीकरणीय पोर्टफोलियो के साथ अपनी परिचालन रिन्यूएबल क्षमता को बढ़ाकर 3,470 मेगावाट कर देगा. लेनदेन का समापन प्रथागत शर्तों के अधीन है.
अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के एमडी और सीईओ, श्री विनीत एस. जैन ने बताया कि आंतरिक और बाहरी विकास अवसरों के जरिये अपने पोर्टफोलियो को मजबूत करना, 2025 तक 25 गीगावॉट क्षमता का निर्माण करने और विश्व की सबसे बड़ी रिन्यूएबल कंपनी बनने के हमारे दृष्टिकोण का अभिन्न अंग है. हम परियोजना से बेहतर परिचालन और मूल्य-अभिवृद्धि लाभ हासिल करने के लिए अपने प्लेटफॉर्म की ताकत और पूंजी प्रबंधन समझ का लाभ उठाएंगे.”