अदाणी ग्रीन एनर्जी ने एशिया की सबसे बड़े परियोजना वित्तपोषण सौदे में 1.35 बिलियन अमेरिकी डालर जुटाया
- एजीईएल ने अपने निर्माणाधीन रिन्यूएबल पोर्टफोलियो के वित्तपोषण के लिए 12 अंतर्राष्ट्रीय बैंकों की भागीदारी से 1.35 बिलियन अमेरिकी डॉलर की सीनियर ऋण सुविधा प्राप्त की.
- यह सौदा एजीईएल की निर्माणाधीन परिसंपत्ति पोर्टफोलियो को पूरी तरह से वित्त पोषित करने की रणनीति को मजबूती प्रदान करता है और इसे 2025 तक 25 गीगावॉट क्षमता हासिल करने के उसके नजरिये के करीब लाता है.
- यह सौदा शुरू में राजस्थान के चार एसपीवी में स्थापित होने वाली सोलर और विंड रिन्यूएबल परियोजनाओं के 1.69 गीगावाट हाइब्रिड पोर्टफोलियो को वित्तपोषित करेगा.
- यह एशिया के रिन्यूएबल सेक्टर में अब तक की सबसे बड़े रिवॉल्विंग परियोजना वित्तपोषण सौदों में से एक है.
- यह भारत की पहली प्रमाणित हरित हाइब्रिड परियोजना ऋण परियोजना होगी.
अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने प्रमुख अंतरराष्ट्रीय ऋणदाताओं के एक समूह के साथ किये गये निश्चित समझौतों के जरिये अपनी निर्माणाधीन रिन्यूएबल परिसंपत्ति पोर्टफोलियो के लिए 1.35 बिलियन अमेरिकी डॉलर का ऋण पैकेज जुटाया. रिवॉल्विंग परियोजना वित्तपोषण सुविधा, शुरुआत में राजस्थान के चार एसपीवी में सोलर और विंड रिन्यूएबल परियोजनाओं को स्थापित करने के लिए 1.69 गीगावाट हाइब्रिड पोर्टफोलियो का वित्तपोषण करेगी.
समझौते के अनुसार, 12 अंतरराष्ट्रीय बैंक - स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक, इंटेसा सानपाओलो एसपीए, एमयूएफजी बैंक, सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन, कोऑपरेटिव रेबोबैंक यूए, डीबीएस बैंक लिमिटेड, मिजूहो बैंक लिमिटेड, बीएनपी परिबास, बार्कलेज बैंक पीएलसी, ड्यूश बैंक एजी, सीमेंस बैंक जीएमबीएच और आईएनजी बैंक एनवी, इस सुविधा के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो भारत में पहला प्रमाणित ग्रीन हाइब्रिड प्रोजेक्ट लोन होगा. लिक्विडिटी का नया पूल अपनी निर्माणाधीन परिसंपत्ति को पूरी तरह से वित्तपोषित करने की एजीईएल की रणनीति को मजबूती प्रदान करता है और 2025 तक 25 गीगावाट तक क्षमता बढ़ाने के उसके दृष्टिकोण के लिए अच्छा संकेत है.
यह सुविधा एजीईएल की समग्र पूंजी प्रबंधन योजना का एक महत्वपूर्ण अंग है और एजीईएल की विकास से जुड़ी आकांक्षाओं को पूरी तरह से वित्तपोषित करने के लिए महत्वपूर्ण है. निश्चित समझौता सहमति-प्राप्त सिद्धांतों और प्रक्रियाओं के वित्तपोषण ढांचे को निर्धारित करता है, जिसके अंतर्गत एजीईएल वित्तपोषकों के साथ कुशलतापूर्वक और शीघ्रता से सभी भावी परियोजनाओं के लिए सहमति-प्राप्त थ्रेशोल्ड पैारामीटर के अनुसार वित्त जुटायेगा.
यह सुविधा अदाणी पोर्टफोलियो कंपनियों के समग्र विकास के दर्शन को रेखांकित करती है, जिसका क्रियान्वयन अंतरराष्ट्रीय स्तर के पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ईएसजी) संबंधी सभी पहलुओं को शामिल करते हुए, इक्वेटर सिद्धांतों और सतर्कता के साथ आवश्यक उद्यमिता के उच्चतम मानक का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध इन-हाउस विकसित किये गये प्रोजेक्ट एक्सीलेंस फ्रेमवर्क के माध्यम से किया जाता है.
इस प्रगति के बारे में बात करते हुए, एजीईएल के एमडी एवं सीईओ, श्री विनीत जैन ने कहाकि “हम इसे रिन्यूएबल सेक्टर में अपनी निष्पादन क्षमता के एक अन्य प्रमाण के रूप में देखते हैं. हम कम से कम महंगे ग्रीन इलेक्ट्रॉन के उत्पादन के लिए प्रतिबद्ध हैं तथा जिस गति और पैमाने पर हम सक्रिय हैं, वह हमें इस मार्ग पर आगे रखता है. हमारा मानना है कि हमारे वित्तपोषण के संसाधनों में गहराई और विविधता स्थापित करना, एजीईएल के लिए दुनिया की सबसे बड़ी रिन्यूएबल कंपनी बनने के लिए महत्वपूर्ण है. इस रणनीतिक लेनदेन के लिए प्रतिबद्ध बैंक, हमारे अंतर्निहित रिन्यूएबल परिसंपत्ति पोर्टफोलियो के लिए वैश्विक पूंजी तक सहज पहुंच सुनिश्चित करने में हमारे प्रमुख भागीदार हैं. यह सुविधा बैंकों की पूंजी पुनर्चक्रण की जरूरतों को भी सुनिश्चित करेगी और एजीईएल की भावी परियोजनाओं के लिए उक्त पूंजी उपलब्ध कराएगी. सुविधा की यह रिवॉल्विंग प्रकृति एजीईएल को 2025 तक 25 गीगावाट क्षमता का पोर्टफोलियो बनने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करेगी. इसके अलावा, यह आकर्षक भारतीय रिन्यूएबल सेक्टर में विकास हासिल करने के लिए एजीईएल को अच्छी तरह से स्थापित करता है.
इस सुविधा के लिए हस्ताक्षर करने वाले प्रत्येक ऋणदाता ने एक विशिष्ट भूमिका निभायी है. उदाहरण के लिए, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने लीड अंडरराइटर, मैंडेटेड लीड अरेंजर बुकरनर (एमएलएबी), पर्यावरण के मामले में सतर्कता के साथ आवश्यक उद्यमिता दर्शाने वाले परामर्शदाता, सह-प्रलेखन बैंक और सुविधा के लिए सह-ग्रीन ऋण समन्वयक के रूप में काम किया. इसी तरह, एमयूएफजी बैंक ने एमएलएबी, तकनीकी बैंक और सह-ग्रीन ऋण समन्वयक की भूमिका निभाई. इसके अलावा, बीएनपी परिबास ने एमएलएबी, सह-प्रलेखन के रूप में काम किया. डीबीएस बैंक लिमिटेड ने एमएलएबी, अकाउंट्स बैंक के रूप में कार्य किया और मिजुहो एमएलएबी, वित्तीय मॉडलिंग बैंक था. इंटेसा सानपाओलो एसपीए, सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन, कोऑपरेटिव रेबोबैंक यूए, बार्कलेज बैंक पीएलसी, ड्यूश बैंक एजी, सीमेंस बैंक जीएमबीएच और आईएनजी बैंक एनवीने सुविधा के लिए एमएलएबी के रूप में कार्य किया.
अन्य साझेदारों में, लाथम और वाटकिंस एलएलपी तथा लूथरा एंड लूथरा कर्ज प्राप्तकर्ता के वकील थे, ऋणदाताओं के वकील लिंकलेटर और सिरिल अमरचंद मंगलदास थे. ट्रैक्टेबेल इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड ने ऋणदाता के तकनीकी सलाहकार के रूप में काम किया, यूएल ने ऋणदाताओं की एनर्जी यील्ड असेसमेंट सलाहकार के रूप में काम किया, ईआरएम ने ऋणदाताओं के पर्यावरण और सामाजिक सलाहकार के रूप में काम किया, अर्काडिस ने ऋणदाताओं के पर्यावरण और सामाजिक संबंधी सतर्कता एवं आवश्यक उद्यमिता सलाहकार के रूप में काम किया, डेलॉइट ने वित्तीय मॉडल ऑडिट सलाहकार के रूप में कार्य किया. मार्श ने ऋणदाताओं के बीमा एजेंट और केपीएमजी ने ग्रीन लोन के लिए स्वतंत्र आश्वासन प्रदाता के रूप में काम किया.
अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के बारे में
अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) भारत स्थित अदाणी ग्रुप का एक हिस्सा है, जिसके पास सबसे बड़े वैश्विक रिन्यूएबल पोर्टफोलियो में से एक पोर्टफोलियो है और 14,815 मेगावाट से अधिक क्षमता के निवेश-ग्रेड के समकक्षों की जरूरतों को पूरा करने वाले ऑपरेटिंग, निर्माणाधीन और अवार्डेड प्रोजेक्ट हैं. कंपनी यूटिलिटी-पैमाने पर ग्रिड से जुड़े सोलर और विंड फार्म परियोजनाओं का विकास, निर्माण, स्वामित्व, संचालन और रखरखाव करती है. एजीईएल के प्रमुख ग्राहकों में नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) और सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एसईसीआई) और विभिन्न राज्यों के डिस्कॉम शामिल हैं. 2018 में सूचीबद्ध, एजीईएल आज 25.03 बिलियन अमेरिकी डॉलर की मार्केट कैप कंपनी है, जो भारत को इसके सीओपी21 लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करती है. इस वर्ष अमेरिका स्थित थिंक टैंक, मेरकॉम कैपिटल, ने अदाणी ग्रुप को #1 वैश्विक सौर ऊर्जा उत्पादन परिसंपत्ति का स्वामित्व रखने वाली कंपनी का दर्जा दिया है.