लीडिंग अखबार में 70 फीसदी आबादी को स्पेस नहीं - सुरेश
- पत्रकार सुरक्षा के मसौदे पर भी गम्भीरता से विचार नितान्त आवश्यक रू शारदा
- फेक न्यूज का खतरा बढ़ रहा है इसलिए क्रॉस चेक जरूरी - अनूप दत्ता
बैतूल. एमपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन इकाई बैतूल ने सम्भागीय सम्मेलन और कार्यशाला का आयोजन किया वह बैतूल जिले की पत्रकारिता में मील का पत्थर साबित होगा. यह बात आयोजन के अथिति सहित सहभागी मीडियाकर्मियों ने एक स्वर में कही.
माखनलाल चतुरर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति केजी सुरेश ने संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय लीडिंग कहें जाने वाले बड़े अखबारों टारगेट पाठक के फार्मूले पर काम करते है इसलिए उनमें ग्रामीण आबादी जो 70 फीसदी है उसे 6 से 7 फीसदी ही स्पेस मिलता है. उनका कहना था कि 5 स्टार होटल में बैठकर ग्रामीण पत्रकारिता पर बात करना बेमानी है. ग्रामीण पत्रकार के पास सूचना है उसे जन सरोकार की खबर में बदलने के लिए प्रशिक्षण की आवश्यकता है. बैतूल का यह आयोजन इस दिशा में एक बड़ा कदम है. इस तरह के आयोजन में विश्वविद्यालय हर तरह से योगदान को तैयार है. उनका कहना था कि अब माध्यम दिक्कत नही है. एण्ड्रायड फोन ने बड़ा प्लेटफार्म उपलब्ध करवा दिया है इसलिए डिजिटल का नया दौर आगे बढ़ रहा है.
एमपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के प्रांतीय अध्यक्ष राधा वल्लभ शारदा ने अपने अध्यक्षीय उदबोधन में यूनियन की उद्देश्य और पत्रकारिता में वर्तमान चुनौतियों पर अपनी बात रखी. श्री राधा वलभ्भ शारदा ने कहा कि जिस तरह की स्थितियां है उसमे फील्ड रिपोर्टर के लिए हमेशा एक बड़ा खतरा रहता है. इसलिए आज के समय में पत्रकार सुरक्षा कानून एक बड़ी जरूत्त है. यूनियन ने सरकार को कानून का मसौदा बनाकर दिया है साथ ही हर बार याद भी दिलाया है कि यह कितना आवश्यक है. आठ साल हो गए पर इस सरकार हस्ताक्षर नही कर पाई. यह दुखद है. इस पर पुनः एक बार सभी पत्रकारो को दबाव बनाना चाहिए. आज निष्पक्ष पत्रकारिता करना चुनौती पूर्ण है हर कोई पत्रकार को दबाने के लिए मानहानि का नोटिस, मामले दर्ज करवाने जैसे हथकण्डे अपनाने को तैयार रहता है. इसलिए पत्रकार एकजुट रहे, सरोकार की पत्रकारिता करे. समय विपरीत है पर हौसले कायम रखे. पत्रकार हित में यूनियन हमेशा सक्रिय और सजग रही है. आप लोगो की मौजूदगी इसका प्रमाण है कि हमारी यूनियन सही दिशा में काम कर रही और मीडियाकर्मियों के विश्वास को कायम भी रख रही. इस तरह की कार्यशाला नई दिशा देती है तो आयोजन ऊर्जा देते हैं.
वरिष्ठ पत्रकार अनूप दत्ता ने फेक न्यूज पर अपने विचार रखेते हुए कहा कि अब सूचना स्रोत बढ़ गए है, सूचनाएं पल भर में हजारों लाखों तक पहुच जाती है. ऐसे में आने वाली सूचना कितनी सही, सटीक और जन उपयोगी है इसकी परख होना भी जरूरी है. उनका कहना था कि अब फेक न्यूज एक बड़ा खतरा है इससे निपटने का एक ही तरीका है कि हम आने वाली सूचना या खबर को कसौटी पर कसें, उसे मल्टीपल सॉर्स से वेरिफाई करे तभी उसे आगे बढ़ाए. उन्होंने न्यूज क्रॉस चैक को आज की सबसे बड़ी जरूरत बताया. उनके अनुसार सोशल मीडिया के दौर में यह खतरा ज्यादा व्यापक है इसलिए मीडिया की जबाबदेही है कि वह फेक न्यूज को सही फैक्ट से गलत या भ्रमक साबित कर आम लोगो को सही सूचना या खबर उपलब्ध करवाएँ.
इस भव्य आयोजन में बैतूल, हरदा, होशंगाबाद, सिवनीमालवा, इटारसी आदि जिलों के पत्रकार साथियों ने समागम किया. कार्यकम में पत्रकार साथियों सहित सामाजिक संस्था जन आस्था बैतूल, ग्रीन टाइगर बैतूल, बैतूल सांस्कृतिक समिति सहित विश्वकर्मा समाज बैतूल का सम्मान किया गया. यूनियन के प्रांतीय मीडिया प्रभारी एवं जिलाध्यक्ष नवल वर्मा ने यूनियन की गतिविधियों को लेकर पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत किया. इस आयोजन को सफल बनाने में प्रांतीय महासचिव सचिव प्रवीण गुगनानी, संरक्षक नवनीत गर्ग, युवराज गौर, सतीश पटने, अकील अहमद, सत्येंद्र परिहार, उमाकान्त शर्मा, रूपेश मन्सूरे, धीरज अवस्थी, राजेन्द्र धोटे, सतीष साहू, उत्तम मालवीय, प्रदीप कुर्वे, अश्विन देशमुख सहित बैतूल के सभी मीडियाकर्मी अग्रज-अनुज साथियों का अतुलनीय योगदान रहा. अंत मे सभी ने इस गरिमामय और उद्देश्यपूर्ण आयोजन की मुक्त कंठ से सराहना की और कहा कि ग्रामीण और कस्बाई पत्रकारिता को सक्षम और सरोकार से जोड़ने के लिए इस तरह की कार्यशाला हर स्तर पर आयोजित होनी चाहिए जिससे कि पत्रकार हर बदलाव से परिचित रहे.