केन्द्र में नरेन्द्र मोदी, अमित शाह और जे पी नड्डा की टीम जिस प्रकार से सांसदों और संगठन को जिस तरह से सख्ती से नियंत्रण में रख पाते हैं वैसा जोर प्रदेशों में अपनी सरकार हो तो मुख्यमंत्रियों और प्रदेश अध्यक्षों का नजर नहीं आता है. यही स्थिति प्रशासकीय कार्यो को लेकर है वह राज्य राज्यों में नहीं दिखती है. राज्यों में जो गति व प्रभाव योगी जी कायम करने में कामयाब रहे वह राज्यों के मुख्यमंत्री क्यों नहीं कर पाए यह समूची भाजपा को सोचना चाहिये.