भाई कृषि में नई टेक्नालाॅजी और पूंजी निवेश आने दो. सरकार कोई भी रही हो या आने वाली हो, फटी जेब वाली है. उसके पास कृषि ही नहीं किसी भी प्रकार के विकास के लिये पैसा नहीं है. विकास चाहिये तो निजी क्षेत्र को सामने आने दो. सरकार को बस ईमानदार नियंत्रण के लिये खुला छोड़ दो. वह बेईमानी करे तो उस पर कोड़े फटकारो. ऐसा नहीं किया तो न रोजगार बढ़ेगा न जन सुविधाएं.