‘बीहड़ का बागी’ के एपिसोड्स अब स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध
- भारत के अंदरुनी इलाकों से सत्ता, शोहरत और अफरा तफरी की कहानी
बदला एक ऐसा भाव है जो आपको कई कठोर कदम उठाने पर मजबूर कर सकता है. एमएक्स प्लेयर दर्शकों के लिए भारत के अंदरुनी इलाकों से ऐसी ही एक विद्रोह की कहानी लेकर आ रहा है, जिसका नाम है-‘बीहड़ का बागी’. इस एमएक्स एक्सक्लूसिव के एपिसोड्स स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध हैं. सत्य घटनाओं से प्रेरित ये 5 एपिसोड का ड्रामा एक ‘बागी’ के जीवन को प्रमुखता से दिखाता है जो उसके परिवार के खिलाफ किए गए अत्याचार के खिलाफ विद्रोह कर देता है.
1998 की पृष्ठभूमि वाली यह कहानी है शिव कुमार की, उसके विद्रोह की और उसके बाद चित्रकूट और बुंदेलखंड में एक खूंखार डाकू के तौर पर उसके आतंक की परिस्थितियों ने उसे एक डाकू के तौर पर अपराध की जिंदगी चुनने के लिए मजबूर कर दिया, लेकिन इसमें भी बहुत बड़ा फर्क था. एक आधुनिक रॉबिनहूड या दद्दा के तौर पर पहचाने जाने वाला, उसे गरीबों का मसीहा कहा जाता था. उसके साहस और दृढ निश्चय ने उसे एक शक्तिशाली इकोसिस्टम बनाने में मदद की जिसके आगे पुलिस, प्रशासन और यहाँ तक की सबसे शक्तिशाली राजनीतिक नेता भी उसके अधीन हो गए.
रितम श्रीवास्तव, जिन्हें उनके पिछले डिजिटल प्रोजेक्ट एमएक्स ओरिजिनल सीरीज रक्तांचलीस के लिए बेहद सराहा गया था, बीहड़ का बागी के लेखक, निर्देशक हैं. उन्होंने कहा, “भारत कहानियों का खजाना है, जिस तरह के कथानक देश के कोने में आपको मिल सकते हैं उसकी कल्पना नहीं की जा सकती. यह कहानी बुंदेलखंड के प्रसिद्ध बागियों और लगातार खतरों के उनके जीवन के बारे में है. ऐसे विषयों के लिए रिसर्च और शूटिंग हमेशा रोचक होती है, आप जितना गहराई में जाएंगे आप उतना ही सीखेंगे और यह महत्वपूर्ण था कि हम इस क्षेत्र का दौरा करें, इलाके और जातीय-सांस्कृतिक पृष्ठभूमि को समझने के लिए गहरा अध्ययन करें ताकि हम दर्शकों के लिए जितना संभव हो विश्वसनीय तरीके से इस कहानी को पेश कर सकें. ”
इस दिलचस्प सीरीज में दिलीप आर्य, लॉरा मिश्रा, इंद्रनील भट्टाचार्य, जीतू शास्त्री, रवि खानविलकर, शशि चतुर्वेदी, पारुल बंसल, विनोद नहारदीह, प्रणय नारायण, मनोज जोशी और नंदराम आनंद प्रमुख भूमिकाओं में नजर आएंगे और इसे आप अभी एक्सक्लूसिव रूप से एमएक्स प्लेयर पर बिल्कुल मुफ्त देख सकते हैं.