5 अगस्त. चीन अपने दर्शनशास्त्रियों के दिखाए मार्ग पर चल बिना लड़ाई के ताइवान को जीत लेना चाहता है. वे कहते हैं अपनी तैयारी ऐसी जबर्दस्त करो और दिखाओ कि शत्रु डर कर खुद ही हथियार डाल दे. ताइवान वाटर लॉक कंट्री है. उसकी समुद्री सीमा से ताइवान में चीन से पूछे बिना प्रवेश न करने की धमकीनुमा चेतावनी सार्वजनिक कर दी गई है. यही स्थिति ताइवान के आकाश की है जिस पर चीन के फाइटर लड़ाकू विमानों का कब्जा है. अब दूसरे देश ताइवान में कैसे जा पाएंगे. जरूरी मदद और सामान कैसे पहुंचाएंगे. आगे होगा क्या यह समय बताएगा पर यह साफ दिख रहा है कि चीन अब ताइवान को दूसरे देशों से सैन्य संबंध नहीं रखने की शर्त पर समझौते के लिये राजी करने की कोशिश कर रहा है.
यही तो यूक्रेन में दिख रहा है. रूस कहता है बस नाटो देशों में शामिल न होओ हम सेनाएं वापस बुला लेते हैं. अब तक तो उसे सफलता नहीं मिली है. आगे की कहानी समय बताएगा.