2 जून. इस्लाम में तीन तलाक को अपनाने वालों के लिये कुछ धार्मिक बंधन हैं उनका पालन करते हुए ही तलाक हो सकता होना चाहिये. ऐसा नहीं हो रहा हो और शिकायत मिले तो वर्तमान में कानूनी कार्यवाही का प्रावधान हाल में किया गया है. इसी प्रकार एक से ज्यादा विवाह को लेकर भी कुछ शर्ते हैं. उनके पालन के लिये भी मुस्लिम समाज को ही कदम उठाने चाहिये. क्योंकि उस प्रकार के मामले अदालतों में जाने लगे हैं. हो सकता है तलाक की तरह इस प्रकार के मामले में भी कोई कानूनी प्रावधान सामने आ जाए. इसलिये यथाशीध्र सामाजिक जागृति के लिये कदम उठाये जाने चाहिये.