भोपाल, 12 जनवरी,(विजय गुप्ता), जन अभियान परिषद स्वामी विवेकानंद जी की 158 वी जन्म जयंती के अवसर पर मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा जिला स्तरीय संवाद कार्यशाला कार्यक्रम की गई. शुभारंभ स्वामी विवेकानंद जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन पुष्प अर्पण एवं स्वस्ति वाचन द्वारा किया गया.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष विभाष उपाध्याय ने कहा कि प्रत्येक मनुष्य एक दर्शन के आधार पर कार्य करता है वह दर्शन देने का कार्य विवेकानंद ने किया. उन्होंने सर्वस्व देश समाज और मनुष्य जाति के लिए समर्पित किया.
कार्यक्रम मैं मुख्य वक्ता विवेकानंद केंद्र की प्रांत संगठक सुश्री रचना ने कहा कि आज हम इतने वर्षों बाद भी विवेकानंद जी की जयंती मना रहे हैं. बरसों पहले विवेकानंद जी ने कहा था कि मैं गर्व से कहता हूं कि मैं भारतवासी हूं. शिकागो की धर्म सभा के बाद भारत की प्रतिष्ठा बड़ी. स्वामी जी ने पराधीन भारत में जन्म लिया था. विवेकानंद जी ने भारत का भ्रमण किया, विवेकानंद जी ने कहा था कि यदि भारत की आत्मा को जानना है तो भारत भ्रमण करना पड़ेगा. आज हम यदि भारत का विकास करना चाहते हैं तो अपनी विरासत पर गर्व करना होगा. अंधकार में चिल्लाने से प्रकाश नहीं होगा एक दिया जलाने से प्रकाश हो जाएगा. यदि हम सब आज भारत में कमियां देखते हैं तो उन कमियों को दूर करने के लिए हमारे द्वारा जब प्रयास किया जाएगा तो यह भारत श्रेष्ठ भारत बनकर ही रहेगा.
कार्यक्रम की अध्यक्षता जन अभियान परिषद के महानिदेशक श्री बी.आर. नायडू ने की. उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी के विचार एवं जीवन दर्शन परिषद् के माध्यम से जन जन तक पहुंचाने का कार्य करें. कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जन अभियान परिषद के कार्यपालिक निदेशक श्री धीरेंद्र पांडे ने बताया कि स्वामी विवेकानंद जी की 158वीं जयंती के अवसर पर जन अभियान परिषद द्वारा प्रदेश के प्रत्येक जिले में जिला स्तरीय संवाद कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है.
सहयोग - राजेश बैन, संभागीय जनसंपर्क कार्यालय भोपाल