भोपाल, 13 जनवरी(विजय गुप्ता). राज्यपाल श्री मंगू भाई पटेल के खिलाफ दिग्विजय सिंह व अन्य कांग्रेस नेताओं द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग करने पर गृह मंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस और दिग्विजय सिंह ने उनका अपमान इसलिए किया क्योंकि वह जनजातीय समुदाय से आते है. वैसे भी संवैधानिक संस्थाओ और आदिवासी वर्ग को अपमानित करना हमेशा से कांग्रेस का स्वभाव रहा है.
इंदौर में गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे राज्यपाल के लिए कांग्रेस नेताओं दिग्विजय सिंह, सज्जन सिंह वर्मा ने जिस अभद्र भाषा का उपयोग किया वह अक्षम्य है. कांग्रेस नेताओं ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि कांग्रेस का आदिवासियों व संवैधानिक संस्थाओं का अपमान करने का स्वभाव है.
गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस में मंत्री रहे उमंग सिंगार ने कहा कि दिग्विजय सिंह आदिवासी विरोधी औऱ प्रदेश के सबसे बड़े माफिया है. दिग्विजय सरकार में उप मुख्यमंत्री रही आदिवासी नेत्री स्व. जमुना देवी ने भी कहा था कि वह दिग्विजय सिंह की भट्टी में जल रही थी. उन्होंने कहा कि आदिवासी नेता स्व. शिवभानुसिंह सोलंकी का जब मुख्यमंत्री बनना तय था तब उन्हें कैसे दरकिनार किया गया था यह भी सबने देखा है. यह सब कुछ कांग्रेस के आदिवासी नेताओं ने ही समय-समय पर अपना दर्द सबके सामने प्रकट किया है.
डॉ. मिश्रा ने कहा कि यह सब साबित करते है कि कांग्रेस हमेशा से आदिवासी वर्ग के खिलाफ रही है. यही कारण है कि कांग्रेस नेताओं ने राज्यपाल के खिलाफ स्तरहीन व अभद्र भाषा का उपयोग किया. कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व द्वारा भी इस मामले में चुप्पी बताती है कि उसका भी समर्थन अभद्र भाषा का उपयोग करने वाले नेताओं को है. गृह मंत्री ने कहा कि अपनी गलती पर शर्मिंदा होने की जगह कांग्रेस जिस तरह से ट्वीट व बयानबाजी कर आरोप लगा रही है वह चिंता जनक व निंदनीय है तो है ही साथ ही कांग्रेस नेताओं का गिरता स्तर भी बताते है.