आखिर आ ही गये ओबेसी बंगाल में मैदान में
मुझे पूरा विश्वास था कि भारतीय राजनीति के उभरते सितारे ओबेसी बंगाल के चुनाव से दूर नहीं रह सकते. वे उतरे और 27 मार्च को एक रैली में अपने उम्मीदवारों की घोषण करेंगे. अभी अनुमान है कि वे मुर्शिदाबाद तक ही सीमित रहेंगे. उनके प्रत्याशियों की संख्या 13 रहेगी. अभी इसमें काफी गुंजाइश है इसे ओबेसी जरूर परख रहे होंगे. उसका कारण है कि ओबेसी ने चैथे चरण की बात की है. उत्त्र बंगाल को चुना है. मुर्शिदाबाद में 22 सीटें हैं और ओबेसी ने अभी 13 की बात की है. उत्तर बंगाल मुस्लिम बहुल इलाका है और मुर्शिदाबाद में 66 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है. इसलिये यह कहा जा सकता है कि ओबेसी अपनी परखी हुई रणनीति पर ही काम कर रहे हैं. उनका ध्यान 50 फीसदी मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्रों पर रहता है. इसलिये उनका इलाका और दायरा बढ़ने की काफी गुंजाइश है. मुर्शिदाबाद जिले में 22 सीटों में से पिछले विधानसभा चुनाव में टीएमसी को 14 और कांग्रेस और वाम दलों को चार-चार सीटें मिली थी. यानि यहां नुक्सान टीएमसी, कांग्रेस और वामदलों को ही होने जा रहा है. भाजपा की बी टीम का आरोप झेलने वाले ओबेसी अभी और भी प्रदेशों में हाथ आजमाने वाले हैं और नुकसान कथित धर्मनिरपेक्ष दलों को ही होने वाला है. मध्यप्रदेश भी इस झटके के लिये तैयार रहे.