उत्तरप्रदेश में तीसरे चरण की वोटिंग 20 फरवरी हो पूरी हो रही है. इसमें 59 सीटों पर वोटिंग हो रही है.
यह कहा जा रहा है कि इस चरण में यादव लैंड कहे जाने वाले इलाके की 28 सीटों में अखिलेश यादव का दबदबा रहेगा. वैसे भी उनकी सीट जिस पर वे चुनाव लड़ रहे हैं इसी यादव लैंड में है. कहा यह जा रहा है कि इन सीटों में से कई सीटों पर तो यादवों का बहुमत है. पर कम से कम बीस सीटें ऐसी हैं जहां बीस प्रतिशत जाट के साथ बीस प्रतिशत मुसलमान भी हैं. दोनों अखिलेश के कट्टर समर्थक हैं इसलिये इनमें दो चार सीटें ही उनके हाथ से फिसल सकती हैं. हालांकि इसकी भी संभावना कम है. बची 39 सीटों में बड़ा हिस्सा भाजपा को जाएगा. इसमें अवध और बुंदेलखंड (19 सीटें) की सीटें हैं. इनमें यादव कम हैं वहीं मुसलमान भी ज्यादा नहीं हैं. दलित वोट भी अच्छी संख्या में है. गैर यादव वोटर भी कम नहीं हैं. इनमें भाजपा की खूब पैंठ है. बुंदेलखंड में तो भाजपा ही भाजपा के रहने की संभावना है. इस आधार पर यह सभी कह रहे हैं 39 सीटों का बड़ा हिस्सा भाजपा को जाएगा जिससे उसके पहले और दूसरे चरण की कमी की भरपाई हो जाएगी. जो इसे नहीं भी मान रहे हैं या पूरी तरह से सहमत नहीं हैं वे भी कहते हैं कि चौथे चरण में 23 फरवरी की वोटिंग के बाद भाजपा बढ़त बना लेगी तो तय है. फिर वह सातवें चरण के अंत तक बढ़त का सिलसिला जारी रखेगी जिससे आखिरकार सरकार योगी की बन जाएगी.